Thursday, August 27, 2009

आज शाम बारिश हुई और हम भींगे भी पर वो बात पिछले साल सी नहीं थी ,हम बचते बचाते तेज़ बारिश में बस सूखे रहना चाहते थे , लेकिन हम भिंग भी गए और वो पिछले साल की कोई याद भी नहीं आ पाई ,पता नहीं जैसे मानसून जैसे अब देर से आने लगा है वैसे हीं अब हमारे एहसास भी धीरे धीरे से और देर से आने लगे हैं .

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